Sunday, February 14, 2021

फौजी

 कदमों  की आहट से दुश्मन थराए

 देख चेहरे का तेज सूरज भी शीश झुकाए

बांहों में जिनके हिमालय सा दम

रहे देशहित में हरदम

हो राहें पथरीली या समतल

रुके नहीं जिनके कदम

 मौत भी जिनको  डरा ना पाए

कोई बाधा उन्हें क्या रोक पाए?

चट्टानों में भी जो रास्ता बनाएं

कर आसमां से निगरानी देश बचाए

रुकी सी जिंदगी को जो रफ्तार दे  जाए

चीरकर लहरों का सीना

आगे ही बढ़ती भारतीय सेना

मिटा कर खुद की हस्ती लहराते तिरंगा

देकर खून जिगर का बहाते देश प्रेम की गंगा

है धन्य फौजी का जीवन

निछावर करे जो मातृभूमि पर तन मन

है महफूज सरहदें तुमसे

वतन की शान है तुमसे

हो सफल वह जीवन

जब मिले फौजी का तन।







Wednesday, February 10, 2021

आंसू

 दिल दुखता है तो बहते है आंसू

 हंसता है दिल तो बहते है आंसू

जुबां कह ना पाए दिल की बात 

तो साथ निभाते है आंसू

होता है हर्ष अपार

तो बहते है आंसू

मिलन है आंसू जुदाई है आंसू

निकाल कर आंखों से

मन हल्का कर देते है आंसू

धोकर मन का मैल 

निर्मल कर देते है आंसू

थक जाओ जो कभी जिंदगी की  राहों में

तो रो लेना जी भरकर अकेले में

क्यों की निकाल मन की कमजोरी

नया जोश देते है आंसू

जिंदगी की उलझनों में

 राह दिखाते है आंसू।









Tuesday, February 9, 2021

मन की बात

 उर्दू आती नहीं ना हिंदी का ज्ञान है

कहती हूं मन की बात बस मेरे भाव है

कता का पता नहीं मिसरा अंजान है

आता नहीं समझ  भाव में

मीटर का क्या काम है?

आती नहीं साहित्य की वर्णमाला

मन मेरा  नादान है

मन को भाती मन की बात

उड़ता पंछी मन मेरा

बंदिशों से अंजान है।




Tuesday, February 2, 2021

अधूरा इश्क

 खोया चैन करार, 

जब हुआअधूरा इश्क़

 छीनकर लबों की हंसी

आंसू लाया सौगात

 अधूरा इश्क

लेकर शोखी लाया आंखों में इंतजार 

अधूरा इश्क

लेकर  सब मेरा कर गया

झूठे वादे तमाम

अधूरा इश्क

लाकर महफ़िल से दे गया तन्हाई

अधूरा इश्क

पूछते हैं लोग तमाम

है खामियां हजार 

फिर क्यों हैं ?

अधूरा इश्क

नहीं कोई जवाब

लाया ऐसे सवाल

अधूरा इश्क।






सोचा न था

 निगाहों से दिल में उतरकर यूं चला जाता है कोई सोचा न था। साथ चलते चलते  अचानक यूं छोड़ जाता है कोई  सोचा न था। बनकर करार बेकरारी दे जाता है ...