ऐ बेखबर कभी तू भी ले ये खबर।
तड़पता है दिल तेरी याद में, क्या तुझे है खबर?
थक गई है पर हटती नहीं तेरी तस्वीर से नजर।
देख ले तू भी मुझे बस एक नजर।।
तुझे क्या खबर! तेरे लिए दिल में जुनून है कितना? सोचूं कुछ और तेरे सिवा
कहां सुकून है इतना।
जीती हूं मगर जिंदा नहीं,
मरती हूं हर रोज पर मरती नहीं।
होती हूं तेरे गम में फना,
पीती हूं अश्कों का जहर।।
दिल में प्यार मचलता है,
आंखों से अश्क छलकता है।
खड़ी हूं इश्क के साहिल पर
चोट पहुंचाती चाहत की हर लहर।।