न बन पाए सूरज तो गम नहीं
उजाले के लिए दिया भी कम नहीं
जो ना भर पाए ऊंची उड़ान
उड़ने का हौसला भी कम नहीं
चाहे जिन्दगी में दिन हो चार
हर दिन में हो कुछ खास
बस इतनी है आस
रहूं दिलों में जाने के बाद
चुरा लूं आंसू
और हो लबों पे मुस्कान
मेरे नाम के साथ।
उजाले के लिए दिया भी कम नहीं
जो ना भर पाए ऊंची उड़ान
उड़ने का हौसला भी कम नहीं
चाहे जिन्दगी में दिन हो चार
हर दिन में हो कुछ खास
बस इतनी है आस
रहूं दिलों में जाने के बाद
चुरा लूं आंसू
और हो लबों पे मुस्कान
मेरे नाम के साथ।