दिल को कर जाती है बेजार
तेरी खामोशी
आंखो को रुलाती जार जार
तेरी खामोशी
तोड़ती है हसरतें बार बार
तेरी खामोशी
आंखो से छलकाए प्यार हर बार
पर लबों से इंकार कराए
तेरी खामोशी
घुल गया सांसों में तेरा प्यार
पर नजरे ना मिलाए
तेरी खामोशी
है तुम्हे भी इंतजार
पर कराए दूर तेरी खामोशी
ना कराए दूर ना आने दे पास
तेरी खामोशी
तू भी है बेकरार पर दिखाए करार
तेरी खामोशी
हो गई हूं परेशा
ना समझ आए तेरी खामोशी
अब तुम ही बता दो
चाहे क्या तेरी खामोशी?
कहना चाहे हाल ए दिल मगर
चुप क्यों है तेरी खामोशी?