तेरी आंखों में मेरा जो ख्वाब था
तुम्हे याद है की नही?
कटती थी रात बातों में
बंद हो जो आंखे मिलते थे ख्वाबों में
वो बातें वो ख्वाब तुम्हे याद है की नही?
जुदाई के बाद मिलने का इंतजार था
मिल के फिर मिलने का इंतजार था
वो जुदाई वो मिलन तुम्हे याद है की नही?
तन्हाई में जब होते थे साथ
बंद कर आंखे सुनते थे धड़कनों की आवाज़
वो तन्हाई वो धड़कन तुम्हे याद है की नही?
बैठ दरिया किनारे बुने थे जो ख्वाब सारे
वो दरिया वो ख्वाब तुम्हे याद है या नही?
दूर रहकर भी था इंतजार
रहते थे हरदम हम बेकरार
वो इंतजार वो बेकरारी
तुम्हे याद है की नही?
हो गए हम जुदा बस खयालों में प्यार बाकी
पास ना सही पर अहसास है की नही?
तेरी आंखों में मेरा जो ख्वाब था
तुम्हे याद है की नही?