कड़ी धूप में छाँव का
अहसास कराते है
रिश्ते ही है
जो पास लाते है
न दूर हो कभी
कोई अपना
रिश्तो में सम्मान
बनाये रखना
अहसास कराते है
रिश्ते ही है
जो पास लाते है
न दूर हो कभी
कोई अपना
रिश्तो में सम्मान
बनाये रखना
निगाहों से दिल में उतरकर यूं चला जाता है कोई सोचा न था। साथ चलते चलते अचानक यूं छोड़ जाता है कोई सोचा न था। बनकर करार बेकरारी दे जाता है ...