Monday, March 4, 2024

क्यों

 निभाना नही था जब वादा कोई

झूठी कसमें क्यूं खाते हो?

पास आए नही हम 

और तुम छोड़ जाते हो?


जाना था दूर तक मगर

दो कदम पर साथ छोड़ जाते हो?

नहीं है जब कोई अहसास

खास क्यूं बताते हो?


  हर वफा का इनाम

   जफा क्यूं दे जाते हो

    बुझानी ही थी लौ अगर

    पास आकर हवा क्यूं दे जाते हो?


कर के सब चालाकियां

नादान क्यूं बन जाते हो?

बांट देते हो खुद को सब में मगर

बस मेरे हिस्से में काम क्यूं आते हो?

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